पती बीवी से: हमारा बच्चा यही से बाहर आयेगा, है
ना?
बिवी मुस्कुराते हुवे: हां, लेकीन तुम झाको मत,
अभी नजर नही आयेगा, बहुत छोटा छेद है."
पती: "यार, फिर भी देखने दे ना",
पती ने छेद मे से झांका, पर कुछ नजर नही आया.
थोडी देर बाद स्कुल की घंटी बजी, और मुन्ना बाहर
आता है,
और पती और बिवी मुन्ने को लेके घर चले जाते है.
तात्पर्य - छेद दरवाजे मे था, लेकिन आपकी सोच
को 21 तोपों की सलामी...
सोच बदलो, देश बदलेगा
अकेला मोदी, क्या कर लेगा।
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