Tuesday, December 30, 2014

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एक राजा को एक मेण्डकी से प्यार हो जाता है
राजा रोज मेण्डकी के पास जाता और बोलता,
आजा मेण्डकी प्यारी बैठ जांग पे
हमारी
खा ले पान सुपारी |
मेण्ड की राजा की जांग पर
बैठती और राजा उसकी
गांड में ऊँगली करता |
उसमे राजा और मेण्डकी को खूब मज़ा आता |
ये बात किसी तरह रानी को पता चल
गयी,
तो उसने सोचा की मेण्डकी को सबक
सिखाना पड़ेगा
एक दिन राजा कही बाहर गया तो रानी ने
सोचा की मौका अच्छा है| रानी ने एक
तवा गर्म करा और मेण्डकी के पास जाकर
बोली आ मेण्डकी प्यारी बैठ
जांग पर हमारी और खा ले पान सुपारी जेसे
ही मेण्डकी रानी की जांग
पर बैठी उसकी गान्ड जल गई ओर वो तालाब
में कूद गयी | रानी ने
सोचा की अब ये राजा को परेशान
नहीं करेगी | जब अगले दिन
राजा मेण्डकी के पास गया तो जेसे ही उसने
कहा की आ
मेण्डकी प्यारी बैठ जांग पे
हमारी खा ले पान
सुपारी ,मेण्डकी धीरे आई और
बोली |
आई रांड तुम्हारी , जला गयी गान्ड
हमारी,हमें नहीं चाहिऐ पान
सुपारी,माँ की चूत तुम्हारी


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