Thursday, February 12, 2015

For my eX..

यूँ हमको सताने की ज़रूरत क्या थी,

और गांड मेरी जलाने  की ज़रूरत क्या थी,

जो नहीं था इश्क मुझसे तो कह दिया होता,

अपनी माँ चुदाने की ज़रूरत क्या थी,

मालूम था अगर ये खुवाब टूट जायेगा,

तो नींद में आ के चूत  दिखाने की ज़रूरत क्या थी,

मान भी लूं अगर ये एक तरफ़ा मोहब्बत थी,

तो मुझे देख कर बहिन की लौड़ी  मुस्कुराने की जरुरत क्या थी.. .

उसकी तस्वीर मेरी आँखों में बसी है,
पर वो मादरचोद किसी और से फंसी हैं,
देखना एक दिन उसकी कबर खोदुंगा,
और उसकी कबर पर उसकी सहेली को चोदुंगा ।����


Posted via Blogaway

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